मिथुन राशि में बनेगा दुर्लभ त्रिग्रही योग, 18 से 20 अगस्त तक रहेगा शुभ संयोग, जानिए किन राशियों को होगा जबरदस्त लाभ

मिथुन राशि में बनेगा दुर्लभ त्रिग्रही योग, 18 से 20 अगस्त तक रहेगा शुभ संयोग, जानिए किन राशियों को होगा जबरदस्त लाभ
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त्रिग्रही संयोग से चमकेगी मिथुन राशि, गुरु-शुक्र-चंद्रमा का महासंयोग

अगस्त का महीना ज्योतिष दृष्टि से बेहद खास रहने वाला है, क्योंकि इस महीने एक दुर्लभ योग का निर्माण हो रहा है। 18 अगस्त 2025 को चंद्रमा के मिथुन राशि में प्रवेश करते ही त्रिग्रही योग का शुभ आरंभ होगा। इस समय पहले से ही मिथुन में स्थित दो अत्यंत शुभ ग्रह—गुरु (बृहस्पति) और शुक्र—चंद्रमा के साथ मिलकर एक शक्तिशाली त्रिग्रही योग का निर्माण करेंगे। यह संयोग 20 अगस्त 2025 तक प्रभावी रहेगा।

इस त्रिग्रही योग का प्रभाव न केवल मिथुन राशि वालों पर बल्कि अन्य राशियों पर भी पड़ेगा। यह विशेष योग जहां एक ओर बौद्धिक क्षमताओं को बढ़ाएगा, वहीं दूसरी ओर व्यापार, सौंदर्य, कला, और धन से जुड़े क्षेत्रों में भी विशेष फल प्रदान करेगा। जिन जातकों की कुंडली में मिथुन भाव मजबूत है, उन्हें इस अवधि में विशेष लाभ मिल सकता है।

गुरु, शुक्र और चंद्रमा का मिलन: क्यों है यह योग इतना खास?

गुरु यानी बृहस्पति को ज्ञान, धन और विस्तार का कारक माना जाता है। शुक्र सौंदर्य, ऐश्वर्य और प्रेम का प्रतीक है, जबकि चंद्रमा मन, भावनाओं और मानसिक संतुलन का प्रतिनिधित्व करता है। जब ये तीनों ग्रह एक ही राशि—मिथुन—में एक साथ आते हैं, तो यह योग जीवन में समृद्धि, सुख और सफलता लाने वाला बन जाता है।

मिथुन एक वायु तत्व की राशि है, जो बुद्धिमत्ता, तर्क और संवाद की शक्ति से जुड़ी है। इस योग के प्रभाव से संचार माध्यमों, मीडिया, लेखन, शिक्षा, और कला जगत से जुड़े लोगों को विशेष सफलता मिलने के संकेत हैं। जो लोग नई योजनाएं शुरू करना चाहते हैं, उनके लिए यह समय बेहद अनुकूल रहेगा।

योग की अवधि: कब से कब तक रहेगा प्रभाव?

शुभ आरंभ: 18 अगस्त 2025 को चंद्रमा के मिथुन राशि में प्रवेश करते ही

समापन: 20 अगस्त 2025 को चंद्रमा के राशि परिवर्तन तक

इस संयोग का प्रभाव कुछ राशियों पर विशेष रूप से अधिक रहेगा, जैसे—मिथुन, कुंभ, तुला, वृषभ, और मीन। वहीं कुछ राशियों को इस समय मानसिक तनाव या अनिर्णय की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, विशेषकर धनु, मकर और कर्क राशि वालों को।

क्या करें इस योग में? उपाय और सुझाव

1. इस समय नवीन कार्यों की शुरुआत, महत्वपूर्ण निर्णय, और निवेश जैसे कार्य किए जा सकते हैं।

2. शुक्र और गुरु के मंत्रों का जाप करें, जिससे ग्रहों की शुभता और बढ़े।

3. चंद्रमा को शांत रखने के लिए रात्रि में ध्यान, चंद्र मंत्र, और जल अर्पण लाभकारी रहेगा।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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