योगिनी एकादशी पर करें विष्णु कृपा के उपाय, जीवन से मिटेंगे संकट

आज का दिन बेहद शुभ और फलदायी है, क्योंकि आज योगिनी एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह एकादशी आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष में आती है और इसका विशेष महत्व है। धर्मग्रंथों में कहा गया है कि इस दिन व्रत और भगवान विष्णु की भक्ति से न केवल पापों से मुक्ति मिलती है बल्कि जीवन की कठिनाइयां भी समाप्त हो जाती हैं। जो लोग सच्चे मन से इस व्रत को करते हैं, उनके घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
आज योगिनी एकादशी के अवसर पर कई साधक उपवास रखते हैं, लेकिन केवल व्रत रखना ही पर्याप्त नहीं होता। अगर आप इस व्रत के पूर्ण लाभ पाना चाहते हैं तो कुछ विशेष उपायों को अपनाना चाहिए। ये उपाय बेहद सरल हैं लेकिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शक्तिशाली माने गए हैं।
प्रातः स्नान कर करें तुलसी और विष्णु पूजा
योगिनी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना शुभ होता है। स्नान के बाद भगवान विष्णु और तुलसी माता की पूजा करें। विष्णु जी को पीले फूल, पंचामृत, तुलसी पत्र और केले का भोग अर्पित करें। साथ ही, “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
दान और सेवा से बढ़ेगा पुण्यफल
आज के दिन जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र या धन का दान करना अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। विशेषकर ब्राह्मण, गौ सेवा या वृद्धाश्रम में अन्नदान करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। दान करते समय मन में किसी भी प्रकार का दिखावा न रखें, बल्कि सच्ची श्रद्धा से कार्य करें। यह आपकी आत्मा को भी शुद्ध करता है और ईश्वर की कृपा जल्दी प्राप्त होती है।
व्रत कथा और आरती का महत्व
शाम के समय योगिनी एकादशी की व्रत कथा सुनना या पढ़ना अनिवार्य माना जाता है। इस दिन “विष्णु सहस्रनाम” का पाठ करना विशेष फलदायक होता है। आरती के समय दीप जलाएं और घी का दीपक भगवान विष्णु के सामने रखें। ऐसा करने से घर में दरिद्रता नहीं आती और लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है।
उपवास के दौरान रखें इन बातों का ध्यान
यदि आप व्रत कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि दिनभर सात्विकता बनाए रखें। किसी को अपशब्द न कहें, झूठ न बोलें और नकारात्मक विचारों से दूर रहें। फलाहार में फल, दूध, सूखे मेवे या साबूदाने का सेवन करें। व्रत का पालन जितना नियमपूर्वक और श्रद्धा से किया जाएगा, परिणाम उतने ही कल्याणकारी होंगे।
योगिनी एकादशी का दिन न केवल व्रत का, बल्कि आत्मशुद्धि, भक्ति और पुण्य कमाने का भी अवसर है। इस दिन के उपाय सरल होते हुए भी बेहद चमत्कारी प्रभाव डालते हैं। जो लोग पूरी निष्ठा से विष्णु भगवान की आराधना करते हैं, उनके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। इसलिए आज के इस विशेष दिन इन उपायों को अपनाएं और जीवन को सकारात्मक दिशा दें।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।