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जोस बटलर ने बताया क्यों होगी इंग्लैंड के लिए नॉटिंघम टेस्ट में चयन की मुश्किलें

जोस बटलर ने बताया क्यों होगी इंग्लैंड के लिए नॉटिंघम टेस्ट में चयन की मुश्किलें
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इंग्लैंड दौरे पर गई टीम इंडिया पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में पहले दो मैच हार कर कई समस्याओं से जूझ रही है. टीम का शीर्ष क्रम और मध्य क्रम, विराट कोहली को छोड़ कर बुरी तरह से नाकाम है. आलम यह है कि अब तो विराट कोहली के सामने यह समस्या आ गई है कि नॉटिंघम में शनिवार को शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट में प्लेइंग इलेवन के लिए किसका चयन करें किसका नहीं. वहीं इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी ज्यादा हो गए हैं और ऐसे में उनके चयन का असमंजस भी टीम के कप्तान जो रूट के लिए एक सरदर्द हो सकता है जिसे उनके साथी खिलाड़ी ने भी पहचाना है.

पहले टेस्ट में बेन स्टोक्स ने दूसरी पारी में बढ़िया गेंदबाजी की थी जबकि वे ब्रिस्टल विवाद की अदालत में सुनवाई के चलते दूसरे टेस्ट में शामिल नहीं हो सके थे. उनकी जगह आए क्रिस वोक्स ने लॉर्ड्स में गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन करते हुए एक बेहतरीन शतक लगाते हुए मैच इंग्लैंड के पक्ष में कर दिया था. ऐसे में रूट के सामने वोक्स और स्टोक्स में से एक को चुनना मुश्किल होगा जबकि दोनों को चुनना उनके सामने टीम में संतुलन की चुनौती को ला सकता है.

इसी चुनौती को पहचानते हुए इंग्लैंड के विकेटकीपर जोस बटलर को लगता है कि बेन स्टोक्स की टीम में वापसी और उनकी जगह दूसरे टेस्ट में टीम में शामिल हुए क्रिस वोक्स के शतक लगाने के बाद भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट की टीम के चयन को लेकर दुविधा की स्थिति हो सकती है. बटलर ने स्काई स्पोर्ट्स पर लिखा, ''ट्रेंट ब्रिज में खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट में टीम का चयन करना मुश्किल होगा. सैम कुरेन और क्रिस वोक्स ने पहले दो टेस्ट मैचों में मैन ऑफ द मैच पुरस्कार जीते हैं और बेन स्टोक्स टीम में वापस आ रहे हैं, यह कोच और कप्तान के लिए एक कठिन निर्णय होगा.

इंग्लैंड की टीम पांच मैचों की श्रृंखला में 2-0 से आगे है. हरफनमौला स्टोक्स को झगड़े के मामले में ब्रिस्टल अदालत द्वारा निर्दोष करार दिये जाने के बाद इंग्लैंड की टीम में शामिल किया गया. बटलर ने कहा, ''स्टोक्स ऐसे खिलाड़ी है दुनिया के ज्यादातर टीमों में जगह बना सकते हैं और वह उपलब्ध हैं. मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि वह टीम शीट पर शुरूआती नामों में शामिल होंगे. मैं उनके अभ्यास सत्र में शामिल होने का इंतजार कर रहा हूं.''

विराट की मुश्किल है ज्यादा कठिन

दूसरी ओर टीम इंडिया के कप्तान विराट के पास चयन को लेकर भारी दुविधा होगी क्योंकि उनके पास ज्यादा विकल्प नहीं हैं. पहले टेस्ट में 26 और 13 रन बनाने वाले शिखर धवन को बाहर कर चेतेश्वर पुजारा को लाए तो वे भी नाकाम हो गए. पुजारा लॉर्ड्स टेस्ट में केवल 11 और 17 रन ही बना सके. वहीं केएल राहुल जो पहली बार इंग्लैंड में कोई टेस्ट सीरीज खेल रहे हैं, इंग्लैंड में चार पारियों में 4,13, 8 और 10 ही बना सके. विराट ने केएल पर काफी भरोसा जताया था. इसके अलावा 2014 की सीरीज में इंग्लैंड में पहले ही टेस्ट में 146 रनों की पारी खेलने वाले मुरली विजय तो दूसरे टेस्ट की दोनों ही पारियों में शून्य पर आउट हो गए जबकि पहले टेस्ट में वे 26 और 6 रन ही बना सके थे.

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