इंग्लैंड में 3 शतक जमाकर टीम में आए पृथ्वी शॉ, हनुमा विहारी के आंकड़े भी दमदार

इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले दो मैचों में शर्मनाक हार के बाद तीसरे मैच में भारत ने शॉनदार जीत हासिल की है. नॉटिंघम टेस्ट में इंग्लैंड को 203 रनों से मात देकर टीम इंडिया ने सीरीज में वापसी कर ली है. इसी के साथ चौथे और पांचवे टेस्ट मैच के लिए टीम इंडिया का ऐलान भी हो गया है. इस टीम में दो नए चेहरों को शॉमिल किया गया है तो वहीं, अनुभवी सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को पहले दो टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद बाहर कर दिया गया जबकि चाइनामैन कुलदीप यादव को अतिरिक्त बल्लेबाज को टीम में जगह देने के लिए बाहर किया गया. इंग्लैंड की तेज गेंदबाजों की मददगार पिचों पर तीसरे स्पिनर की जरूरत नहीं है. मुरली विजय ने बर्मिंघम में दो पारियों में 20 और छह रन बनाए थे जबकि शिखर धवन और केएल राहुल बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं.
भारत को इस साल अंडर-19 विश्व कप जिताने वाले 18 साल के पृथ्वी शॉ और आंध्र प्रदेश के 24 वर्षीय ऑल राउंडर हनुमा विहारी को इंग्लैंड सीरीज के आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए टीम इंडिया में चुना गया. आइए जानते हैं कि किन कारणों से पृथ्वी शॉ और हनुमा विहारी को टीम इंडिया में मौका दिया गया है.
पृथ्वी ने इंग्लैंड की धरती पर जड़े हैं 3 शतक
पृथ्वी शॉ न्यूजीलैंड में अंडर-19 का खिताब जीतने के बाद से ही चर्चा में हैं. इस साल आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से खेलते हुए उन्होंने शॉनदार प्रदर्शन कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका औसत 56.72 का है. वह सात शतक और पांच अर्द्धशतक जमा चुके हैं. इस ओपनर बल्लेबाज ने इंडिया ए के लिए खेलते हुए भी शॉनदार प्रदर्शन किया और चयनकर्ताओं को बाध्य किया कि उन्हें टीम में शॉमिल किया जाए. उनके इंग्लैंड के हालिया प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने 3 शतक और 2 अर्धशतक जड़े हैं. वेस्ट इंडीज ए के खिलाफ 188, 102 और लीस्टर के खिलाफ 132 रनों की पारी खेली थी. जून-जुलाई में इंग्लैंड दौरे पर पृथ्वी ने 8 मैचों की 10 पारियों में 60.3 की औसत से कुल 603 रन बनाए थे.
घरेलू टूर्नामेंट में बेस्ट हैं पृथ्वी
अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारत का नेतृत्व करने से पहले ही पृथ्वी शॉ घरेलू क्रिकेट में बढ़िया प्रदर्शन कर चुके हैं. रणजी ट्रॉफी में डेब्यू मैच में ही उन्होंने शतक लगाया और फिर दिलीप ट्रॉफी के डेब्यू मैच में शतक लगाकर उन्होंने सबसे कम उम्र में डेब्यू मैच में शतक लगाने के रिकॉर्ड अपने नाम किया. पहले यह रिकॉर्ड क्रिकेट के 'भगवान' सचिन तेंदुलकर के नाम था. पृथ्वी शॉ को मुरली विजय की जगह टीम में लिया गया है.
मुरली विजय हो रहे है लगातार असफल
बता दें कि मुरली विजय लगातार असफल हो रहे हैं. 2014 के इंग्लैंड दौरे पर पहले मैच में ही मुरली ने 146 रनों की पारी खेली थी. लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने 95 रन बनाए थे. इसके अलावा वह कुछ खास नहीं कर पाए. इंग्लैंड लायन्स के खिलाफ भी वह फ्लॉप रहे और वर्तमान सीरीज के पहले दोनों टेस्ट में उनका बल्ला एकदम खामोश रहा. लॉर्ड्स में दोनों पारियों में वह अपना खाता भी नहीं खोल पाए. यही वजह है कि उनकी जगह चयनकर्ताओं ने युवा पृथ्वी शॉ पर भरोसा किया है.
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में हनुमा विहारी शानदार
दूसरी तरफ हनुमा विहारी ने भी फर्स्ट क्लास में शॉनदार प्रदर्शन किया है. आंध्र प्रदेश के बल्लेबाज हनुमा विहारी ने 63 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं और 5142 रन बनाए हैं. इनमें 15 शतक और 24 अर्द्धशतक शॉमिल हैं. उनका औसत लगभग 60 का है. उनका अधिकतम स्कोर 302 नाबाद है. लिस्ट ए के 56 मैचों की 54 पारियों में हनुमा ने 2268 रन बनाए हैं. उनका अधिक स्कोर 169 और औसत 47.25 है. इंडिया ए के लिए खेलते हुए उन्होंने साउथ अफ्रीका-ए के खिलाफ शतक भी ठोका था. हनुमा आईपीएल में हैदराबाद से खेलते हैं.
इंग्लैंड में हनुमा ने भी खेली शतकीय पारी
हनुमा विहारी के बल्ले से इंग्लैंड में भी शतक निकला था. इंग्लैंड की धरती पर वेस्टइंडीज ए के खिलाफ उन्होंने 147 रनों की पारी खेली थी. इसके साथ ही इंग्लैंड में उन्होंने 2 अर्धशतक जड़ा है. इंग्लैंड में हनुमा ने 6 मैचों में की 51.25 की औसत से 410 रन बनाए हैं.
इन दोनों खिलाड़ियों के आंकड़ों देखकर कहा जा सकता है कि टीम इंडिया में पृथ्वी शॉ और हनुमा विहारी का चयन एकमद जायज है.
दोनों खिलाड़ियों को रहेगा मौके का इंतजार
हालांकि, इस बात की उम्मीद कम है कि बाएं हाथ के पृथ्वी शॉ को चौथे टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिलेगा क्योंकि तीसरे टेस्ट में ओपनर शिखर धवन और केएल राहुल ने दोनों पारियों में 60-60 रन की भागीदारी की थी, लेकिन पृथ्वी शॉ इन दोनों खिलाड़ियों पर दबाव बनाने का काम तो करेंगे ही. हनुमा विहारी ने इंडिया ए की तरफ से तीसरे नंबर बल्लेबाजी की. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ148 की शॉनदार पारी खेली थी. नंबर 3 पर क्योंकि चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और खुद विराट कोहली खेलते हैं इसलिए इस बात की उम्मीद कम है कि उन्हें बचे हुए दोनों टेस्ट मैचों में मौका मिलेगा.
चौथा टेस्ट 30 अगस्त से साउथएम्पटन में खेला जाएगा. इसके बाद पांचवां टेस्ट मैच 7 सितंबर से ओवल में खेला जाएगा.