ICC के इस नियम में बदलाव चाहते हैं भारतीय कप्तान विराट कोहली

टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को राजकोट में खेले गए पहले टेस्ट मैच में एक पारी और 272 रनों से हरा दिया. इसी बीच भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आईसीसी के एक नियम पर सवाल उठाए हैं. आईसीसी के नियम के मुताबिक खिलाड़ी पानी पीने के लिए ब्रेक सिर्फ विकेट के गिरने या ओवर खत्म होने के बाद ही ले सकते हैं. ऐसे में कोहली ने उम्मीद जताई है कि मैदान में गर्मी को देखते हुए मैच अधिकारी इस नियम में थोड़ा ढिलाई देने के बारे में सोचेंगे.
30 सितंबर से लागू हुए आईसीसी के नए नियम के मुताबिक, वॉटर ब्रेक सिर्फ विकेट गिरने या ओवरों के बाद ही लिया जा सकता है. इसके अलावा अगर ब्रेक लेना हो तो अंपायर के कहने पर लिया जा सकता है. राजकोट टेस्ट के दौरान गर्मी खासी थी और तीनों दिन तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. दोनों टीमों के खलाड़ी लगातार ड्रिंक मांग रहे थे और इस दौरान उनकी निगरानी अंपायर कर रहे थे.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक कोहली ने कहा, "नए नियम के मुताबिक हमें ज्यादा पानी पीने से मना किया गया था जिसकी वजह से अंपायर भी हमें पानी पीने का ब्रेक नहीं दे रहे थे. इन चीजों का ध्यान इस आधार पर रखना कि हम कैसी परिस्थिति में खेल रहे हैं."
वैसे इस नियम की वजह से ओवर रेट जरूर बेहतर हुआ. कोहली ने आगे कहा, "उन कुछ बदलावों की वजह से खिलाड़ियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. बैटिंग और मैदान पर रहने के दौरान 40-45 मिनट तक बिना पानी के रहना खिलाड़ियों के लिए काफी कठिन रहा. मुझे उम्मीद है कि वे इस बात पर ध्यान देंगे."
बैटिंग करने के दौरान गर्मी की वजह से चेतेश्वर पुजारा अपने पॉकेट में छोटी सी बोतल रखकर खेले थे. इस गर्मी की वजह से ही टीम इंडिया अतिरिक्त बल्लेबाज की बजाय अतिरिक्त पांचवें गेंदबाज के साथ खेली. कोहली ने कहा, "चार गेंदबाजों को इस परिस्थिति में खासी मशक्कत करनी पड़ती इसलिए हम बीच में उन्हें थोड़ा ब्रेक देना चाहते थे. यही वजह रही कि हमने पांच गेंदबाज खिलाए."