World Cup: 'कंगारुओं' के खिलाफ चौथी जीत, भारत ने रोका ऑस्ट्रेलिया का 'विजय रथ'
- In खेलकूद 10 Jun 2019 3:23 PM IST
सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के शतक और शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की उम्दा पारियों के बाद गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन से भारत ने क्रिकेट विश्व कप (ICC World Cup 2019) के लीग मैच में रविवार को यहां ऑस्ट्रेलिया को 36 रन से हराकर उसके लगातार 10 जीत के अभियान पर विराम लगा दिया। विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की यह अबतक की चौथी जीत है। भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को उनकी शतकीय पारी के लिए 'मैन ऑफ द मैच' करार दिया गया। धवन ने 109 गेंद में 16 चौकों की मदद से 117 रनों की पारी खेली।
भारत ने बनाया ये रिकॉर्ड भी- विश्व कप मैच में यह सिर्फ दूसरा मौका है जब भारत के शीर्ष तीन बल्लेबाज 50 या इससे अधिक रन बनाने में सफल रहे हैं। इससे पहले 2011 में नागपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत ने यह उपलब्धि हासिल की थी। भारत के 353 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम स्टीव स्मिथ (69), डेविड वॉर्नर (56), एलेक्स कैरी (नाबाद 55) और उस्मान ख्वाजा (42) की पारियों के बावजूद 316 रन ही बना सकी, जिससे भारत ने लगातार विश्व कप की दूसरी जीत दर्ज की। भारत की ओर से भुवनेश्वर कुमार ने 50 रन देकर तीन, जसप्रीत बुमराह ने 61 रन देकर तीन, जबकि युजवेंद्र चहल ने 62 रन देकर दो विकेट चटकाए।
धवन की शानदार शतकीय पारी- भारत ने धवन (117) के शतक के अलावा कप्तान विराट कोहली (82) और सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (57) के अर्धशतक से पांच विकेट पर 352 रन बनाए थे। धवन ने 109 गेंद की पारी में 16 चौके जड़े। उन्होंने रोहित के साथ पहले विकेट के लिए 127 और कोहली के साथ दूसरे विकेट के लिए 93 रन की साझेदारी की।
विराट कोहली ने खेली 82 रनों की पारी- विराट कोहली ने हार्दिक पांड्या (27 गेंद में 48 रन) और महेंद्र सिंह धौनी (14 गेंद में 27 रन) के साथ अंतिम ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की जिससे भारत अंतिम 10 ओवर में 116 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी भी टीम की ओर से विश्व कप का सर्वाधिक स्कोर खड़ा करने में सफल रहा। कोहली ने 77 गेंद की अपनी पारी में दो छक्के और चार चौके मारे।
मैच के दूसरे ओवर में वॉर्नर को मिला जीवनदान- लक्ष्य का पीछा करने उतरे ऑस्ट्रेलिया को वॉर्नर और कप्तान एरोन फिंच (36) की जोड़ी ने सतर्क शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 61 रन जोड़े। बुमराह के पहले ओवर की पहली ही गेंद पर वॉर्नर भाग्यशाली रहे जब उनका शॉट विकेटों से टकराया, लेकिन बेल्स नहीं गिरे। डेविड वॉर्नर और फिंच ने 10 ओवर में टीम का स्कोर बिना विकेट के 48 रन पर पहुंचाया। फिंच ने 10वें ओवर में पांड्या की लगातार गेंदों पर छक्के और दो चौके मारे, जिससे ओवर में 19 रन बने।
वॉर्नर ने जड़ा सबसे धीमा अर्धशतक- फिंच हालांकि पांड्या के ओवर में गैरजरूरी दूसरा रन लेने के प्रयास में रन आउट हुए। वॉर्नर और स्मिथ ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने 21वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। वॉर्नर ने चहल की गेंद पर एक रन के साथ 77 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जो वनडे क्रिकेट में उनका सबसे धीमा अर्धशतक है।
वॉर्नर हालांकि इसके बाद चहल की गेंद को उठाकर मारने की कोशिश में डीप मिडविकेट पर भुवनेश्वर को कैच दे बैठे, जिससे स्मिथ के साथ उनकी 72 रन की साझेदारी का अंत हो गया। वॉर्नर ने 84 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके मारे। स्मिथ और ख्वाजा ने तीसरे विकेट के लिए 69 रन जोड़कर पारी को संवारा। बीच में हालांकि भारतीय गेंदबाजों का दबदबा रहा, जिससे 53 गेंद तक कोई बाउंड्री नहीं लगी।
ख्वाजा ने चौका मार पहुंचाया ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 200 पार- उस्मान ख्वाजा ने कुलदीप पर चौके के साथ बाउंड्री के सूखे को खत्म किया और फिर इस स्पिनर की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका मारकर 34वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। स्मिथ ने इस बीच कुलदीप पर ही चौके के साथ 60 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। बुमराह ने ख्वाजा को बोल्ड करके भारत को तीसरी सफलता दिलाई। ख्वाजा ने 39 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का मारा।
धवन की जगह फील्डिंग के लिए आए जडेजा ने लपका शानदार कैच- ग्लेन मैक्सवेल ने बुमराह पर चौके से खाता खोला और फिर भुवनेश्वर पर लगातार दो चौके मारे। भुवनेश्वर ने स्मिथ को एलबीडब्ल्यू करके भारत को बड़ी सफलता दिलाई। मैदानी अंपायर ने स्मिथ को आउट नहीं दिया था, लेकिन भारत के डीआरएस लेने पर उन्हें फैसला बदलना पड़ा। स्मिथ ने 70 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके और एक छक्का मारा। भुवनेश्वर ने एक गेंद बाद मार्कस स्टोइनिस (00) को भी बोल्ड कर दिया, जबकि चहल के अगले ओवर में ग्लेन मैक्सवेल (14 गेंद में 28 रन) भी धवन की जगह मैदान पर फील्डिंग करने आए रवींद्र जडेजा को कैच दे बैठे।
अंतिम 8 ओवर में ऑस्ट्रेलिया को 97 रनों की दरकार- ऑस्ट्रेलिया को अंतिम आठ ओवर में जीत के लिए 97 रन की दरकार थी। कैरी ने इसके बाद कुछ अच्छे शॉट लगाए। उन्होंने चहल पर चौका और छक्का जड़ने के बाद पांड्या की गेंद को भी बाउंड्री के दर्शन कराए। बुमराह ने हालांकि नाथन कूल्टर नाइल (04) को पवेलियन भेज दिया और फिर पैट कमिंस (08) की पारी का अंत किया। कैरी ने भुवनेश्वर की गेंद पर चौका और फिर एक रन के साथ 25 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
ऑस्ट्रेलिया को अंतिम दो ओवर में जीत के लिए चाहिए थे 44 रन- ऑस्ट्रेलिया को अंतिम दो ओवर में जीत के लिए 44 रन की जरूरत थी, लेकिन टीम अपने अंतिम दो विकेट गंवाकर सात रन ही बना सकी। इससे पहले कोहली ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद शिखर और रोहित ने भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई। शिखर और रोहित ने सतर्क शुरुआत की। रोहित दो रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब मिशेल स्टार्क (74 रन पर एक विकेट) के पारी के दूसरे ओवर में ही नाथन कूल्टर नाइल (63 रन पर एक विकेट) ने शॉर्ट मिडविकेट पर उनका कैच टपका दिया।
भारतीय खिलाड़ियों ने बनाए कई रिकॉर्ड- शिखर धवन ने पांचवें ओवर में पैट कमिंस (55 रन पर एक विकेट) पर पारी का पहला चौका जड़ा और फिर कूल्टर नाइल का स्वागत तीन चौकों के साथ किया। भारत ने पावरप्ले में बिना विकेट खोए 41 रन बनाए। इसके बाद रोहित और शिखर ने स्वच्छंद होकर बल्लेबाजी की। रोहित ने लेग स्पिनर एडम जंपा और काम चलाऊ स्पिनर ग्लेन मैक्सवेल पर चौके जड़े और इस दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 2000 रन पूरे करने वाले भारत के दूसरे और दुनिया के चौथे बल्लेबाज बने। रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिर्फ 37वें मैच की 37वीं पारी में यह उपलब्धि हासिल की जो किसी भी बल्लेबाज के किसी भी टीम के खिलाफ सबसे कम पारियों में 2000 रन हैं।
रोहित ने कूल्टर नाइल पर पारी का पहला छक्का जड़ा। धवन ने स्टोइनिस की गेंद पर एक रन के साथ 53 गेंद में अर्धशतक पूरा किया, जबकि रोहित ने स्टार्क पर चौके के साथ 61 गेंद में 50 रन के आंकड़े को छुआ। रोहित इसके बाद कूल्टर नाइल की गेंद पर विकेटकीपर एलेक्स कैरी को आसान कैच दे बैठे। उन्होंने 70 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा। धवन और कोहली ने इसके बाद तेजी से रन जुटाए और 34वें ओवर में भारत का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। धवन ने स्टोइनिस की गेंद पर एक रन के साथ 95 गेंद में 17वां शतक पूरा किया। इस गेंद पर कोहली गेंदबाजी छोर पर रन आउट होने से बचे, जिसके बाद ओवर थ्रो पर धवन ने शतक पूरा किया।
शतक के बाद ज्यादा देर नहीं टिक पाए धवन- शिखर धवन इसके बाद अधिक देर नहीं टिक सके और स्टार्क की गेंद पर छक्का जड़ने की कोशिश में बाउंड्री पर स्थानापन्न खिलाड़ी नाथन लियोन को कैच दे बैठे। पांड्या को पहली ही गेंद पर विकेटकी पर कैरी ने जीवनदान दिया। दुर्भाग्यशाली गेंदबाज कूल्टर नाइल रहे। कोहली ने मैक्सवेल की गेंद पर एक रन के साथ 55 गेंद में 50वां अर्धशतक पूरा किया।
हार्दिक पांड्या ने जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए मैक्सवेल, जंपा और कमिंस पर छक्के जड़े। कोहली ने भी स्टार्क पर छक्का मारा। भारत के 300 रन 46वें ओवर में पूरे हुए। पांड्या हालांकि इसी ओवर में मिड ऑफ पर कप्तान एरोन फिंच को कैच दे बैठे। उन्होंने 27 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और तीन छक्के मारे। धौनी भी तेजी से 27 रन बनाने के बाद अंतिम ओवर में स्टोइनिस को उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे जबकि इसके बाद कोहली भी पवेलियन लौटे। स्टोइनिस सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 62 रन देकर दो विकेट चटकाए।