कोतवाली में आत्महत्या करने वाली युवती के बैग से मिला कुछ ऐसा कि हैरत में पड़ी पुलिस
- In उत्तराखंड 30 May 2018 12:12 PM IST
पुलिस अभिरक्षा में आत्महत्या करने वाली सोनिया के पास से कुछ ऐसा मिला है जिसके बाद पुलिस नए सिरे से जांच में जुट गई है।
सोनिया के पास से डेढ़ लाख रुपये भी मिले हैं। इतने पैसे युवती के पास कहां से आए इसका जवाब किसी के पास नहीं है। इस बाबत जब पुलिस ने आरोपी युवक से पूछताछ की तो उसने भी पैसों के बारे में जानकारी से इनकार कर दिया। युवती के परिजनों का कहना है कि वह घर से एक जोड़ी कपड़े तक नहीं ले गई, फिर इतनी बड़ी रकम का तो सवाल ही नहीं उठता है।
ऐसे में पुलिस की शक की सुई कुछ संदिग्ध लोगों पर भी घूम रही है, जिन्होंने युगल को देहरादून से फरार होने में मदद की है। दरअसल, शुरुआत में ये पैसे सोनिया के परिजनों के ही होने का शक था। बताया जा रहा था कि कुछ दिनों बाद सोनिया की बड़ी बहन की शादी है। इसी के खर्च के लिए ये पैसे उसके परिजनों ने जमा किए थे। हालांकि, इस मामले में परिजनों ने अपनी सफाई दी है।
सोनिया के भाई जय का कहना है कि सोनिया ने घर से कोई पैसे न तो लिए और न ही चुराए हैं। उन्होंने जावेद पर आरोप लगाया कि उसी ने ये पैसे सोनिया को दिए हैं। आरोप है कि जावेद गलत कामों के जरिये पैसे कमाता है। इसी का लालच देकर वह सोनिया को दून से ले गया था। हालांकि, अब तक पैसों के बारे में कोई ठोस जवाब किसी के पास नहीं है।
बीते 25 मई को युवती प्रेमी संग हुई थी फरार
चार दिन पहले युवक के साथ फरार हुई दून की युवती ने नजीबाबाद कोतवाली में पुलिस अभिरक्षा में फांसी लगा ली। दोनों को सोमवार रात नजीबाबाद पुलिस ने अपने क्षेत्र से ही बरामद किया था। वहीं, घटना से आक्रोशित युवती के परिजनों और स्थानीय लोगों ने रायपुर थाने में जमकर हंगामा किया। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर उन्होंने करीब दो घंटे तक रायपुर-देहरादून मार्ग पर जाम लगा दिया।
मामला दो समुदाय से जुड़ा होने के कारण हिंदूवादी संगठनों के लोग भी मौके पर पहुंच गए, जिससे तनाव की स्थिति बन गई। लोगों ने का कहना था कि पुलिस चाहती तो युगल को पहले ही बरामद किया जा सकता था और युवती की जान बच सकती थी। इसके बाद विधायक उमेश शर्मा 'काऊ' और पुलिस अधिकारियों ने लोगों को आश्वासन देकर शांत कराया।
26 मई की शाम रायपुर के अधोईवाला निवासी राकेश कुमार ने अपनी बेटी सोनिया (22) की रायपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। राकेश के अनुसार, सोनिया 24 घंटे से घर नहीं लौटी थी। उन्होंने पड़ोस के युवक जावेद पर सोनिया को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया। गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस दोनों की तलाश कर रही थी। बीती सोमवार रात पता चला कि नजीबाबाद पुलिस ने जावेद और सोनिया को नजीबाबाद रेलवे स्टेशन से पकड़ लिया है।
मौका पाकर सोनिया ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली
नजीबाबाद पुलिस ने देहरादून पुलिस के साथ युवती के परिजनों को भी यह जानकारी दी। जरूरी कागजी कार्रवाई के बाद जावेद को हवालात में बंद कर सोनिया को महिला सिपाही प्रियंका एवं अन्य सिपाहियों की सुपुर्दगी में दे दिया गया। रात में प्रियंका और साथी सिपाही को नींद आ गई और मौका पाकर सोनिया ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। सूचना पर जब परिजन दून से नजीबाबाद पहुंचे तो पता चला कि सोनिया की मौत हो चुकी है।
इधर, दून में घटना के बाद आक्रोशित सोनिया के परिजनों ने क्षेत्र के लोगों के साथ मिलकर रायपुर थाने पर घंटों धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जावेद को देहरादून लाने की मांग की। कई क्षेत्रीय नेता और हिंदूवादी संगठनों के लोग भी मौके पर पहुंच गए। हंगामा बढ़ता देख एसडीएम सदर प्रत्यूष कुमार और सीओ डालनवाला जया बलूनी भी रायपुर थाने पहुंच गईं।
दोनों अधिकारियों ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोगों का आक्रोश बढ़ता गया। कुछ देर बाद लोग रायपुर थाने के बाहर सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इससे सड़क पर दो घंटे तक जाम लगा रहा। मामला और बढ़ने लगा तो क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा 'काऊ' के साथ भाजपा और कांग्रेस के कई नेता भी पहुंच गए। उन्होंने परिजनों को समझाने का प्रयास किया और मामले में जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। नेताओं और पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद लोग जाम खोलने को राजी हुए।
बिजनौर पुलिस में हड़कंप
प्रदर्शनकारियों ने लगा दिया जाम
नजीबाबाद कोतवाली में युवती की पुलिस अभिरक्षा में मौत के बाद बिजनौर पुलिस में हड़कंप मच गया। घटना का पता चलते ही बिजनौर एसपी उमेश कुमार भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जल्द से जल्द मामले को सुलझाने के निर्देश दिए। बिजनौर प्रशासन ने भी घटना की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं।
नजीबाबाद कोतवाली में हुआ मुकदमा
युवती को ले जाने के आरोपी जावेद के खिलाफ नजीबाबाद कोतवाली में अपहरण और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। नजीबाबाद पुलिस ने युवक को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
देदेर रात तक नहीं पहुंचा था शव
सोनिया के शव को पोस्टमार्टम के लिए बिजनौर जिला चिकित्सालय भेजा गया था। वहां किन्हीं कारणों से पोस्टमार्टम में देरी हो गई। इसी के चलते मंगलवार देर रात तक सोनिया का शव देहरादून नहीं पहुंच पाया था।
फंसे रहे वाहन, महिला-बच्चे रहे परेशान
आक्रोशित लोगों ने रायपुर-देहरादून मार्ग पर करीब 11 बजे से दो घंटे तक जाम लगाए रखा। इस कारण वहां सैकड़ों वाहन फंसे रहे। गर्मी में महिलाओं और बच्चों का बुरा हाल हो गया। किसी तरह महिला पुलिसकर्मियों ने महिला और बच्चों को वहां से निकाला। ज्यादातर वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से देहरादून और रायपुर भेजा गया।
वैकल्पिक मार्गों पर भी बैठ गए लोग
आक्रोशित लोगों ने थाने के सामने तो जाम लगाने के साथ ही वैकल्पिक मार्गों को भी बंद करने लगे। लोगों ने तपोवन चौक पर भी धरना शुरू कर दिया। इससे शिक्षा निदेशालय वाली रोड भी जाम हो गई। यहां से भी वाहन सहस्रधारा रोड होते हुए नहीं जा पाए