प्रधानमंत्री मोदी का दौरा निबटते ही मिला हरिद्वार को बड़ा तोहफा
- In उत्तराखंड 29 Jun 2018 12:36 PM IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड दौरा निबटते ही धर्मनगरी हरिद्वार के लिए तोहफे पर अंतिम मुहर लग गई।
केंद्र ने हरिद्वार के 72 घाटों को पीएम के संसदीय क्षेत्र बनारस की तरह चमकाने के लिए 21 करोड़ की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर मुहर लगा दी है। अब तीन सालों तक हरिद्वार के सभी घाटों पर सफाई की शानदार व्यवस्था की उम्मीद की जा सकेगी। अब जल्द ही इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
पिछले साल मार्च में डीजी नमामि गंगे की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई बैठक में सबसे पहले यह बात उठी थी। इसके बाद उत्तराखंड के अफसरों ने बनारस जाकर पूरी स्थिति का अध्ययन किया था।
हरिद्वार के घाटों की सफाई के लिए 21 करोड़ की डीपीआर पर मुहर
बनारस से नरेंद्र मोदी के चुने जाने के बाद वहां पर घाटों की सफाई का काम प्राइवेट कंपनी आईएल एंड एफएस को दिया गया है।
इसमें वहां पर 24 घंटे सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इस संबंध में पेयजल निगम ने तीन बार डीपीआर बनाकर दिल्ली भेजी गई, लेकिन किसी न किसी वजह से मामला अटकता रहा। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दून में आए। उनके दिल्ली लौटने के पांचवें दिन ही 26 जून को हरिद्वार के घाटों की सफाई के लिए 21 करोड़ की डीपीआर पर मुहर लग गई।
डीपीआर में ये है खास
-हरकी पैडी क्षेत्र में साफ-सफाई की व्यवस्था दिन-रात जारी रहेगी।
-प्राइवेट कंपनी 24 घंटे सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करेगी।
-गंगा घाटों पर विशेष प्रकार के कूडे़दान रखे जाएंगे।
-एटीएम की तरह की मशीनें भी लगाई जाएंगी, जिसमें श्रद्घालु अपने साथ लाई प्लास्टिक की पानी की खाली बोतलें डालेंगे। इसके बाद मशीन में अपना मोबाइल नंबर फीड करेगा, उसे प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार मिलेगा।
सफाई की खास व्यवस्था के लिए केंद्र और राज्य सरकार प्रतिबद्घ
हरिद्वार में देश-दुनिया के श्रद्घालुओं का बड़ी संख्या में आना होता है। वहां घाटों की सफाई की खास व्यवस्था के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही प्रतिबद्घ है। इसके अलावा, गंगा की स्वच्छता के लिए भी हमारे काम पूरे तेजी के साथ चल रहे हैं। जल्द ही बदली हुई तस्वीर दिखेगी।
-प्रकाश पंत, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री
हरिद्वार के सभी 72 घाटों में सफाई के खास इंतजाम के लिए 21 करोड़ की डीपीआर को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। इसके बाद अब हमारी कोशिश जल्द से जल्द टेंडर संबंधी औपचारिकताओं को पूरा करने की होगी। नगर निगम हरिद्वार को कार्यदायी संस्था बनाया गया है।
-डॉ.राघव लंगर, मिशन डायरेक्टर, नमामि गंगे प्रोजेक्ट