बैकफुट पर आए शांतिकुंज प्रमुख पंड्या, अब राहुल गांधी को खुद किया आमंत्रित
- In उत्तराखंड 1 July 2018 12:34 PM IST
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की शक्ल पसंद न होने की बात कहकर विवादों में आए शांतिकुंज के प्रमुख डा. प्रणव पंड्या ने अब कहा है कि उनके वक्तव्य को जिस तरह से प्रचारित किया जा रहा है उनकी भावना ऐसी नहीं थी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से बात हो गई है, उन्हें शांतिकुंज आने के लिए आमंत्रित किया है। राहुल जल्दी ही आएंगे और उनका स्वागत किया जाएगा।
27 जून को कनखल के हरिहर आश्रम में हुई आचार्य सभा की बैठक में शामिल होने के बाद डा. प्रणव पंड्या ने पत्रकार वार्ता में कहा था कि अगर राहुल गांधी शांतिकुंज आएंगे तो उनका अमित शाह की तरह विशेष स्वागत नहीं किया जाएगा। वे सामान्य व्यक्ति की तरह आ सकते हैं। उन्होंने राहुल की शक्ल पसंद न होने की बात भी कही थी।
इस बयान के बाद हुए विवाद के बाद डा. पंड्या कांग्रेस समेत कई संतों के निशाने पर आ गए थे। उनके खिलाफ प्रदर्शन और मुकदमे दर्ज कराने के लिए तहरीर देने समेत कई उग्र प्रतिक्रियाएं हो रही हैं। इन सब के बीच डा. प्रणव पंड्या ने शनिवार को अमर उजाला को बताया कि जिस तरह से यह बयान प्रचारित किया गया ऐसा उनका मंतव्य नहीं था। उन्होंने कहा कि इस बारे में उनकी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से वार्ता हो गई है। अब ऐसा कोई मामला नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि जल्दी ही राहुल गांधी हरिद्वार आएंगे और उनका स्वागत किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने किया ट्वीट, कहा राहुल को एक बार शांतिकुंज बुलाएं
शांतिकुंज के प्रमुख डा. प्रणव पंड्या की ओर से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बारे में की गई टिप्पणी पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट किया है। उन्होंने डा. पंड्या से राहुल गांधी को शांतिकुंज आमंत्रित करने की सलाह दी है।
मुख्यमंत्री रहते हुए शांतिकुंज के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस लेने वाले रावत ने अपने ट्वीट में डा. प्रणव पंड्या से कहा कि आपको हमारी शक्ल से तो नफरत नहीं है। तो फिर हमारा एक सुझाव मान लीजिए। ऐसा करने से सब कुछ पीछे रह जाएगा। रावत ने कहा कि आप कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बातचीत के लिए आमंत्रित कीजिए। उनसे बात करके पता चल जाएगा कि उस नौजवान में कितनी जिज्ञासा है जानने की, समझने की तथा देश और समाज के लिए कुछ करने की। राहुल की सोच की गहराई का अंदाजा भी तभी हो सकता है जब आप कभी उनसे आमने-सामने बैठकर बातचीत करेंगे।
उन्होंने कहा कि डा. पंड्या को राजनीति से ऊपर माना जाता है। हैरत है कि ऐसे व्यक्ति की सूरत से ही आपको नफरत है जो अपने विरोधी के लिए भी कहता है कि हम उनसे लड़ेंगे, मगर उनके तरीके क्रोध, गुस्से और नफरत से नहीं। हम उनको हराएंगे भी तो प्यार से। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा और क्या दर्शन हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर इसके बाद भी डा. पंड्या हमें कुछ सिखाना चाहते हैं तो हमें बताएं, हम सीखना चाहेंगे। रावत ने कहा कि मेरे विचार से तो राहुल गांधी भारतीय सनातन धर्म की शांति की भावना के प्रतीक हैं।