भाजपा विधायक भगत के बेटे समेत दो ने सरेंडर किया, जेल भेजे, यह है मामला
- In उत्तराखंड 9 Aug 2018 12:56 PM IST
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को काले झंडे दिखाने और पुलिसकर्मियों से हाथापाई के मामले में कालाढूंगी से भाजपा विधायक बंशीधर भगत के बेटे विकास भगत और उनके साथी गौरव जोशी ने बुधवार को एसीजेएम मुकेश चंद्र आर्या की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। कोर्ट ने उनकी जमानत की अर्जी खारिज कर न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। विकास भगत भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं।
बचाव पक्ष के अधिवक्ता योगेंद्र सिंह चुफाल ने बताया कि 18 दिसंबर 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत गौलापार में स्टेडियम का उद्घाटन करने आए थे। उस समय भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष विकास भगत और उनके साथी गौरव जोशी ने खेड़ा तिराहे पर काले झंडे दिखाने का प्रयास किया। रोकने पर पुलिसकर्मियों से हाथापाई की थी।
काठगोदाम पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 147,353 के तहत नामजद मुकदमा दर्ज किया था। चूंकि धारा 353 गैर जमानती है इसलिए अदालत में दोनों के हाजिर नहीं होने पर गैर जमानती वारंट जारी हो गया। दोनों बुधवार को अदालत में पेश हुए। अदालत ने जमानत निरस्त कर दोनों को जेल भेज दिया। मामले में विधायक बंशीधर भगत का कहना है कि विकास की गिरफ्तारी राजनीतिक कारणों से हुई है। बृहस्पतिवार को जिला जज की अदालत में जमानत की अर्जी लगाई जाएगी।