गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दी बड़ी सलाह, कहा- प्रदेश की पुलिस को होना चाहिए विनम्र

लखनऊ के बिजनौर स्थित रिजर्व पुलिस बल की 26वीं वर्षगांठ समारोह में गृहमंत्री राजनाथ सिंह बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने पहुंचे। गृहमंत्री ने परेड की सलामी लेकर कार्यक्रम की शुरुआत की।
कार्यक्रम में गृहमंत्री ने जवानों को वीरता पद, सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया। इसके अलावा लखनऊ की बहादुर बेटी अंशिका पांडेय को गृह मंत्रालय की तरफ से एक लाख रुपये का चेक देकर सम्मानित किया। अंशिका पांडेय का 14 सितंबर 2015 को एसयूवी सवारों ने अपहरण करने का प्रयास किया था लेकिन अंशिका ने बहादुरी का परिचय देते हुये खुद को बचा लिया था।
इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा कि अब तक वीरगति को प्राप्त करने वाले जवानों के परिजनों को 45 लाख रुपये मिलता था लेकिन जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई तो हमने ये सुनिश्चित किया कि उन्हें 1 करोड़ रुपये से कम नहीं मिलेगा। गृहमंत्री ने आगे ये भी कहा कि मुआवजे से जीवन हानि की क्षति को पूरा नहीं किया जा सकता लेकिन सरकार हरसंभव मदद के लिए तैयार है।
'कश्मीर में आतंकी घटनाओं में आई कमी'
गृहमंत्री ने कहा कि कश्मीर में हमारी सेना, सीआरपीएफ, आरएएफ औ्र जम्मू कश्मीर की पुलिस लगातार आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। सीआरपीएफ के जवानों ने आतंकवादियों के खात्मे में अहम योगदान दिया है। सीआरपीएफ के जवान अपने खून से शौर्य का प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकी घटनाओं में कमी भी आई है। राजनाथ सिंह ने पीओके में लांचिंग पैड को लेकर कहा कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। उसकी हर हरकतों का हम जवाब देंगे।
उन्होंने आगे कहा कि राज्य की पुलिस को सिविलाइज्ड होने के साथ-साथ विनम्र भी होना चाहिए। विवेक तिवारी हत्याकांड को लेकर उन्होंने कहा कि योगी सरकार मामले को देख रही है। यूपी पुलिसकर्मियों द्वारा काली पट्टी बांधकर काम करने के सवाल पर गृहमंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया।