किशोरी को दो साल तक बंधक बनाकर दरिंदगी, देह व्यापार से इनकार पर कैंची से अंगुली काटी
- In उत्तरप्रदेश 13 Aug 2018 1:28 PM IST
लखनऊ के अलीगंज इलाके में रसूखदार व्यक्ति ने चौका-बर्तन करने वाली किशोरी को दो साल तक अपने घर में बंधक बनाए रखकर जुल्म ढाए। देह व्यापार से इनकार पर यातनाएं देकर शरीर पर अनगिनत घाव किए। कैंची से अंगुली काटने के साथ दरिंदगी की।
शनिवार को वह किसी तरह घर चंगुल से छूटी और परिवार के साथ पुलिस चौकी पहुंची। वहां उत्पीड़न की तहरीर लिखाई और केस दर्ज करके चलता कर दिया। कार्रवाई न होते देख किशोरी रविवार देर शाम एसएसपी के कैंप ऑफिस पर पहुंची। सोशल मीडिया पर प्रताड़ना का वीडियो वायरल होने पर अफसर चेते।
अपर पुलिस अधीक्षक ट्रांसगोमती हरेंद्र कुमार के मुताबिक, त्रिवेणीनगर के एक मोहल्ले में रहने वाली किशोरी ने मोहल्ले के सुधीर गुप्ता पर दो साल तक घर में बंधक बनाए रखकर प्रताड़ित करने और देह व्यापार के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। किशोरी का कहना है कि दो साल पहले वह सुधीर गुप्ता के घर पैसे लेने गई थी। उन्होंने बंधक बनाकर पीटा और गलत काम करने के लिए कहा। मना किया तो बाल काट डाले। कैंची से अंगुली काट दी। उनके घर पर रोजाना लड़कियां आती हैं।
दुष्कर्म का भी आरोप लगाया
कप्तान की चौखट पर पहुंची किशोरी ने शरीर के घाव दिखाते हुए सुधीर गुप्ता पर दुष्कर्म का भी आरोप लगाया। कहा कि उसके साथ हैवानियत में सुधीर के घर की दो महिलाएं भी शामिल थीं जो देह व्यापार का दबाव बनाती थीं। कई लड़कियों से उसके सामने अश्लील हरकतें करने के साथ उसका भी यौन उत्पीड़न भी किया जाता।
पहले भी की थी पुलिस से शिकायत
पुलिस ने केस दर्ज किया, साथ ही पूछा कि दो साल तक क्यों नहीं दर्ज कराई गुमशुदगी। भाई ने कहा कि पहले उन्होंने गल्ला मंडी पुलिस चौकी पर सूचना दी थी। पुलिस ने तलाश करने का आश्वसान तो दिया, लेकिन तलाश न सके। इसके बाद उन्होंने समझ लिया कि किशोरी शायद खुद ही कहीं चली गई।
यह बोली पुलिस
क्षेत्राधिकारी दीपक कुमार सिंह का कहना है कि सुधीर गुप्ता के खिलाफ अभियोग दर्ज करने के साथ किशोरी को डॉक्टरी मुआयने के लिए अस्पताल भेजा गया। प्रारंभिक चिकित्सीय परीक्षण के बाद डॉक्टरों ने उसे रविवार को दोबारा बुलाया था, लेकिन किशोरी ने सोमवार को अस्पताल जाने की बात कही थी। इस बीच कुछ लोगों को साथ लेकर वह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के शिविर कार्यालय पहुंची। वहां मौजूद मीडियाकर्मियों को आपबीती सुनाई लेकिन प्राथमिकी दर्ज होने की जानकारी नहीं दी। क्षेत्राधिकारी का कहना है कि विवेचक नैपाल सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आरोपी सुधीर गुप्ता की तलाश में दबिश दी लेकिन वह फरार हो गया।