विवेक हत्याकांड: रात पौने दो बजे हुआ सीन रीक्रिएशन, आरोपी सिपाहियों का हो सकता है नार्को टेस्ट

एपल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकांड के नाट्य रूपांतरण के लिए आरोपी सिपाहियों को लेकर रात पौने दो बजे एसआईटी टीम, प्रभारी आईजी सुजीत पांडेय के नेतृत्व में घटना स्थल पहुंची।
पुलिस व फॉरेंसिक टीम इस दौरान खासतौर पर यह जांचने की कोशिश की कि घटना के वक्त कितनी लाइट रही होगी। क्या उतनी लाइट में गाड़ी में बैठे लोग पहचान में आते हैं? क्या गाड़ी में बैठे हुए सिपाही की नेम प्लेट उस लाइट में अच्छी से पढ़ी जा सकती है। दोनों आरोपी सिपाहियों के इसलिए अलग-अलग लाया गया ताकि अगर वे झूठ बोले तो पकड़ा जा सके।
विवेक तिवारी हत्याकांड के विवेचक व महानगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विकास कुमार पांडेय शनिवार शाम करीब छह बजे आरोपी बर्खास्त सिपाही प्रशांत चौधरी व संदीप कुमार को जेल से 48 घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर आए।
दोनों बर्खास्त सिपाहियों को मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया गया। इसके बाद दोनों को महानगर कोतवाली लाकर घटनाक्रम से संबंधित सवाल-जवाब किए गए। पुलिस ने सिपाहियों को साथ लेकर क्राइम सीन के रीक्रिएशन की तैयारी पहले ही पूरी कर ली थी। देर शाम एसआईटी की टीम ने भी बर्खास्त सिपाहियों से पूछताछ की।
इस जघन्य हत्याकांड के 15 दिन बाद यह पहली बार है जब विवेचक और एसआईटी के पास वारदात की एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी और मुख्य आरोपी मौजूद थे। इससे पूर्व पुलिस विवेक की सहयोगी रही युवती के बयान के आधार पर ही अपनी पड़ताल कर रही थी।
पूर्व सहकर्मी ने अपने बयानों में पुलिस को काफी उलझाया भी था। उसके बार-बार बयान बदलने से पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पा रही थी। अब आरोपी सिपाहियों के सामने आने के बाद कई सवालों के जवाब साफ होने की उम्मीद है।
इन अलसुलझे सवालों की स्थिति अब होगी साफ
- कार सड़क पर धीरे-धीरे चल रही थी या खड़ी थी
- अगर कार खड़ी थी तो उसका एंगल क्या था
- कार की हेडलाइट्स जल रही थीं और खिड़कियां खुली थी या नहीं
- सिपाही कार की तरफ किस दिशा से आए थे
- उन्होंने अपनी बाइक कार से कितनी दूरी पर खड़ी की, बाइक का मुंह किस तरफ था
- सिपाहियों को कार की तरफ बढ़ते देख विवेक ने क्या किया
- क्या सिपाहियों से विवेक का झगड़ा हुआ और वह कार से नीचे उतरे थे
- विवेक की पूर्व सहकर्मी के बायें हाथ में चोटें कैसे आईं
- कहीं सिपाहियों ने युवती को कार से नीचे खींचने का प्रयास तो नहीं किया
- विवेक किस तरह कार लेकर भागे जो सिपाहियों की बाइक में टक्कर लग गई
- टक्कर लगने के बाद बाइक किस स्थिति में सड़क पर गिरी
- सिपाही ने कितनी दूरी और किस एंगल से गोली चलाई, उस वक्त कार किस एंगल में थी
- विवेक के भागने के बाद सिपाहियों ने क्या किया
बयान गले न उतरे तो हत्या आरोपी सिपाहियों का नार्को टेस्ट
पुलिस महानिरीक्षक सुजीत पांडेय ने बताया कि महानगर के प्रभारी निरीक्षक विकास कुमार पांडेय द्वारा विवेक तिवारी हत्याकांड की विवेचना और विशेष जांच दल द्वारा सीबीआई की तर्ज पर विवेक तिवारी हत्याकांड की जांच की जा रही है। विवेचक व विशेष जांच दल ने वादी, चश्मदीद व अन्य गवाहों के बयान, घटनास्थल और दोनों वाहनों का निरीक्षण, सीसीटीवी फुटेज व अन्य बिंदुओं पर छानबीन करके अहम जानकारी एकत्र की है।
घटनाक्रम को लेकर गुत्थी सुलझाने के लिए हत्या के आरोपी बर्खास्त सिपाही प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार का पुलिस कस्टडी रिमांड लिया गया है। दोनों को मौके पर ले जाकर पूछताछ की जाएगी। जरूरत पड़ी तो हत्याकांड की चश्मदीद से सामना कराया जाएगा। छानबीन में एकत्र जानकारी के आधार पर सवाल तैयार किए गए हैं। दोनों आरोपियों ने सच्चाई छिपाने की कोशिश की तो नार्को टेस्ट की कार्रवाई की जाएगी।