बेहाल करने देने वाली गर्मी और लू अब और अधिक सताने लगी है। आसमान से बरस रही आग से लोगों के हलक सूख रहे हैं
- In उत्तरप्रदेश 8 May 2019 1:59 PM IST
बेहाल करने देने वाली गर्मी और लू अब और अधिक सताने लगी है। आसमान से बरस रही आग से लोगों के हलक सूख रहे हैं। लोग सड़कों पर सिर्फ जरूरी कार्य से ही निकल रहे हैं। उत्तर प्रदेश में मंगलवार को 47 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ हमीरपुर और फतेहपुर सबसे अधिक गर्म रहे।राजधानी लखनऊ में दोपहर के समय जिन सड़कों पर पैर रखने की जगह नहीं बचती थी वहां मंगलवार को सन्नाटा पसरा रहा। बाराबंकी में अधिकतम तापमान 43 और फैजाबाद में अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से तीन डिग्री अधिक है। गोंडा में अधिकतम तापमान 43.8, सीतापुर में 42 डिग्री सेल्सियस रहा। धूल भरी हवाएं चलीं। हरदोई में अधिकतम तापमान 41, रायबरेली में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार दर्ज किया गया। तेज धूप और लू के थपेड़े परेशान करते रहे।सुलतानपुर में अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक था। गोरखपुर में भीषण गर्मी का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। अधिकतम तापमान का 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गर्म पछुआ हवाओं के चलने का सिलसिला जारी है। हवा बेहद शुष्क थी। हमीरपुर और फतेहपुर में दिन का तापमान 47 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो कि इस सीजन में अब तक का सबसे ज्यादा है। यहां लू चली।बुंदेलखंड के उरई में अधिकतम तापमान 46 डिग्री रहा, जबकि बांदा में 44 डिग्री, कानपुर देहात में 43, इटावा व औरैया में 42 डिग्री सेल्सियम रहा। वाराणसी में तेज गर्म हवा ने लोगों को छांव में भी चेहरे ढंककर चलने को मजबूर कर दिया। मंगलवार को अधिकतम तापमान 43.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। पछुआ हवा के चलते आर्द्रता काफी कम हो गई। मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय बताते हैं कि अभी कुछ दिनों तक और तापमान बढ़ेगा। प्रयागराज में दोपहर में लू चलने से लोग झुलसते नजर आए।प्रयागराज में अधिकतम पारा चढ़कर 43.9 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रतापगढ़ में अधिकतम तापमान 43 और कौशांबी में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहा। पश्चिमी उप्र के विभिन्न जिलों में दिन निकलने के साथ ही तेज धूप की किरणों की तपिश से लोग बेहाल रहे। गर्म हवाओं ने लोगों को परेशान किया।बेहाल करने देने वाली गर्मी और लू अब और अधिक सताने लगी है। आसमान से बरस रही आग से लोगों के हलक सूख रहे हैं