सीएम योगी ने सड़क सुरक्षा को लेकर दिए ये निर्देश
- In उत्तरप्रदेश 3 Dec 2023 9:52 AM IST
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ठोस प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी के लिए सरकार, प्रशासन और जनता सभी को मिलकर काम करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में खराब सड़क इंजीनियरिंग, ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग, सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग न करना और नशे की स्थिति में वाहन चलाना प्रमुख हैं। उन्होंने इन कारणों को दूर करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए जागरूकता पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आगामी 15 दिसंबर से 31 दिसंबर तक की अवधि को 'सड़क सुरक्षा पखवारा' के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान सभी संबंधित विभागों को मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए प्रवर्तन पर भी ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आदतन यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा के लिए निम्नलिखित प्रमुख दिशा-निर्देश दिए:
15 दिसंबर से 31 दिसंबर तक 'सड़क सुरक्षा पखवारा' मनाया जाएगा।
आदतन यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के लाइसेंस रद्द किए जाएंगे और वाहन सीज किए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश सड़क दुर्घटना जांच योजना के तहत तीन या तीन से अधिक मृत्यु वाली दुर्घटनाओं की अनिवार्य जांच की जाएगी।
प्रत्येक जनपद में ARTO रोड सेफ्टी की तैनाती की जाएगी।
ड्राइविंग टेस्टिंग एवं ट्रेनिंग पर फोकस किया जाएगा।
भारी वाहन के चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस नवीनीकरण के समय नेत्र परीक्षण किया जाएगा।
स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप यातायात पुलिस के साथ होमगार्डों और पीआरडी जवानों की तैनाती की जाएगी।
खराब सड़क इंजीनियरिंग के कारणों को दूर करने के लिए कार्य किया जाएगा।
ब्लैक स्पॉट के सुधारीकरण, स्पीड मापन, त्वरित चिकित्सा सुविधा, सीसीटीवी आदि व्यवस्था को और बेहतर किया जाएगा।
एक्सप्रेस-वे पर एम्बुलेंस, कैमरों, साइनेज और क्रेन की संख्या और बढ़ाये जाने की आवश्यकता है।
सड़क दुर्घटना में जितनी जल्दी चिकित्सकीय सहायता मिल जाये, क्षति की आशंका उतनी ही कम हो जाती है।
ट्रामा सेवाओं को और बेहतर करने के लिए समन्वय बनाएं।
नेत्र परीक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
नगरों में पार्किंग की व्यवस्था को सुदृढ़ करें।
बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में बच्चों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करें।
स्कूली वाहनों/चालकों का नियमित अंतराल पर फिटनेस टेस्ट कराया जाए।
मुख्यमंत्री के इन निर्देशों से उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और लोगों की जान बच सकेगी।