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टॉयलेट में घंटों तक बैठकर घंटों मोबाइल पर गेम खेलना पड़ा भारी, बाहर आ गया शरीर का ये अंग । डॉक्टर्स के भी उड़े होश

टॉयलेट में घंटों तक बैठकर घंटों मोबाइल पर गेम खेलना पड़ा भारी, बाहर आ गया शरीर का ये अंग । डॉक्टर्स के भी उड़े होश

मोबाइल ने आज हमें खुद का आदी...Editor

मोबाइल ने आज हमें खुद का आदी बना दिया है। जी हां, बिना फोन के अब तो हम एक कदम भी चल नहीं सकते। ना सिर्फ बात करने बल्कि अब हम अपनी हर छोटी- बड़ी चीजों के लिए मोबाइल पर ही निर्भर हो गए हैं। वहीं मोबाइल ने जहां लोगों के बीच की दूरियां घटा दी है, तो आपने भी ये महसूस किया होगा कि इसी मोबाइल की वजह से हम अपने-अपनों के पास होकर भी उनसे दूर हो गए हैं। क्योंकि आज हर इंसान की उंगलियां और नजरें मोबाइल पर ही होती है। वहीं आपने मोबाइल के बढ़ते इस्तेमाल को लेकर अक्सर को ये सलाह देते हुए सुना होगा कि, मोबाइल का ज्यादा उपयोग हानिकारक होता है। फोन के ज्यादा इस्तेमाल की वजह से कई तरह की बिमारियां भी होती हैं। एक ऐसी ही बिमारी सामने आई है चीन के बीजिंग से, जिसे सुनकर आप भी हक्के-बक्के रह जाएंगे।


किसी के साथ भी कब क्या हो जाए, ये कहा नहीं जा सकता। वहीं चीन के बीजिंग शहर से एक ऐसा वाक्या सामने आया, जो पूरी दुनिया में बड़ी ही तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल बीजिंग का रहने वाला एक शख्स टॉयलेट में काफी देर तक बैठकर मोबाइल पर गेम खेलता रहा। गेम के धुन में उस शख्स ने बाथरुम में ही घंटो बीता दिए। तभी अचानक बाथरुम में जो उसके साथ हुआ, उसे देखर उसके भी होश उड़ गए। बाथरुम में बैठे उस शख्स के शरीर का एक हिस्सा बाहर निकल गया था। खबरों की माने तो करीब आधा घंटे तक मोबाइल पर गेम खेलने वाले शख्स को रेक्टल प्रोलैप्स से गुजरना पड़ा। रेक्टल प्रोलैप्स दरअसल वह अवस्था होती है जब लार्ज इंटेस्टाइन यानी कि बड़ी आंत के आखिर में जुड़ा रेक्टम मतलब मलाशय अपनी पकड़ खो देता है और मलद्वार से बाहर निकल जाता है।

बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद पीड़ित शख्स को अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों को गेंद के आकार का 16 सेंटीमीटर का उसका रेक्टम सर्जरी कर निकालना पड़ा। जिसके बाद मरीज डॉक्टर्स की देखरेख में है। रेक्टल प्रोलैक्स जैसी गंभीर समस्या से पीड़ित शख्स के बारे में डॉक्टरों ने बताया कि जब मरीज 4 चार साल का था, तब उसे इस समस्या से गुजरना पड़ा था, लेकिन तब रेक्टम अपनी सामान्य स्थिति में फिर से आ गया था। हालांकि आपको ये बता दें कि इस बीमारी के होने की कोई खास वजह तो नहीं है। लेकिन फिर भी अगर 4 साल के किसी बच्चे के साथ ऐसा होता है, तो आप समझ सकते हैं कि उसकी क्या हालत होगी।

रेक्टल प्रोलैक्स कोई आम बीमारी नहीं है। और अगर इसकी कोई खास वजह नहीं होती है, तो इसका उपाय भी काफी मुश्किल होता होगा, ऐसा आप सोच रहे होंगे। लेकिन हम आपको बता दे कि ऐसा होने के कारण भले की अलग- अलग हो सकते हैं। लेकिन फाइबर युक्त खाना ऐसी बीमारियों के वक्त काफी अच्छा होता है। जी हां, फाइबर युक्त भोजन, नियमित व्यायाम और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिेए। इन चीजों का ध्यान रखने से आप स्वस्थ रहेंगे। वहीं कहते हैं ना कि शरीर ही सबकुछ है। यानी कि स्वस्थ शरीर ही सबसे बड़ी पूंजी है।

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