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जदयू ने भाजपा की बढ़ाई परेशानी, इन तीन राज्यों में अकेले चुनाव लड़ने का किया फैसला

जदयू ने भाजपा की बढ़ाई परेशानी, इन तीन राज्यों में अकेले चुनाव लड़ने का किया फैसला

भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) के...Editor

भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) के बीच सीट बंटवारे को लेकर तल्खी जगजाहिर है। अब जदयू ने बिहार के अलावा भाजपा शासित राज्यों में भी धावा बोल दिया है। जदयू ने 4 राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी से अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इन राज्यों में छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश भाजपा शासित हैं।

बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष 11 जुलाई को पटना जा रहे हैं और वहां उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से होने की संभावना जताई जा रही है। माना जा रहा है कि नीतीश से मुलाकात करके शाह बिगड़ी बात बनाने की कोशिश करेंगे।

चूंकि जिन राज्यों में जनता दल (यूनाइटेड) ने चुनाव लड़ने का फैसला किया है वहां उसकी उपस्थिति मामूली है, फिर भी अपने उम्मीदवारों को चुनाव में उतारने के उसका फैसला निश्चित तौर पर भाजपा को परेशानी करने वाला है। हालांकि आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए जदयू पहले से ही इन राज्यों में भाजपा से सीटों की मांग कर रही है।

जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने हाल ही में कहा था कि जदयू को बिहार के अलावा दूसरे राज्यों जैसे झारखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी सम्मानित सीटें दी जानी चाहिए। त्यागी ने इशारों-इशारों में ही कहा था कि समय आ गया है कि भाजपा नीतीश कुमार की अधिकतम सेवाएं ले लेकिन हमें दूसरे राज्यों में सम्मानित सीटें भी दे।

जदयू इन तीन राज्यों में तो चुनाव लड़ेगी ही, साथ ही वो मिजोरम में भी अपनी जड़ें मजबूत करने की कोशिश में लगी है जहां राम मनोहर लोहिया जैसे समाजवादी नेताओं की मजबूत उपस्थिति थी। क्योंकि जेडीयू खुद को लोहिया के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखती है।

केसी त्यागी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव और लालू प्रसाद यादव के समाजवादी एजेंडा से विचलित होने के बाद नीतीश कुमार ने उन जगहों पर फिर से जाने का विचार किया है जो कभी समाजवादी नेताओं के गढ़ रहे थे।

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