बाजार में बुल रन, 350 अंकों की शानदार उछाल के साथ ऐतिहासिक ऊंचाई पर बंद सेंसेक्स
- In बिजनेस 27 July 2018 5:09 PM IST
पिछले एक हफ्ते से जारी बुल रन के दम पर सेंसेक्स और निफ्टी कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंचने में सफल रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों आधारित इंडेक्स सेंसेक्स सुबह 269.22 अंकों की मजबूती के साथ 37,253.86 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला इंडेक्स निफ्टी 65.45 अंकों की बढ़त के साथ 11,232.75 पर खुला और चौतरफा खरीदार के दम पर और देखते ही देखते सेंसेक्स और निफ्टी क्रमश: 37,272.86 और 11,237.45 के स्तर पर जा पहुंचे।
शुक्रवार को बीएसई 352.21 अंकों की बढ़त के साथ 37,336.85 पर बंद हुआ वहीं निफ्टी 111.05 अंकों की मजबूती के साथ 11,278.35 पर बंद हुआ।
मौजूदा हफ्ता बाजार एवं निवेशकों के लिए शानदार रहा। 23 जुलाई को सेंसेक्स ने अपनी शुरुआत 36,718.6 के स्तर से हुई और पिछले पांच दिनों के दौरान बाजार ने रोजाना नए रिकॉर्ड बनाते हुए शुक्रवार को 37,327 का स्तर छू लिया, जो अब तक की ऐतिहासिक ऊंचाई है।
इन कारणों से उछला बाजार
सकारात्मक वैश्विक संकेत और घरेलू कारणों ने बाजार की चाल को गति दी। ब्रोकर्स के मुताबिक बाजार में जबरदस्त उछाल की वजह उम्मीद से बेहतर कंपनियों के नतीजे, अमेरिका-यूरोपीय संघ के बीच व्यापारिक तनाव में आई कमी और संस्थागत विदेशी निवेशकों का निवेश रहा।
डॉलर के मुकाबले रुपये में आई मजबूती ने भारतीय शेयर बाजार को मजबूत सहारा दिया। शुक्रवार को रुपया, डॉलर के मुकाबले 6 पैसे चढ़कर 68.60 पर खुला। रुपये की मजबूती ने घरेलू तौर पर शेयर बाजार की गति को सहारा दिया।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों के दौरान स्थानीय मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में कमजोरी आई है, जिसका फायदा एशियाई बाजारों को मिला है।
इसके अलावा स्थागत विदेशी निवेशकों की तरफ से की गई खरीदारी और कंपनियों के शानदार नतीजों ने भी बाजार की उड़ान को मजबूती दी।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार को संस्थागत विदेशी निवेशकों (एफपीआई) ने जहां 2,453.57 करोड़ रुपये की खरीदारी की वहीं घरेलू निवेशकों ने 2,716.04 करोड़ रुपये की बिक्री की।
गुरुवार को आईटीसी ने अपने शानदार नतीजे जारी किए। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी के मुनाफे में 10 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। शुक्रवार को कंपनी के शेयरों में आई शानदार उछाल ने बाजार को सहारा दिया।
कंपनी के शेयरों में हुई खरीदारी की वजह से यह अपने 52 हफ्तों के ऊंचे स्तर पर पहुंचने में सफल रहा है। इतना ही नहीं कंपनी एचयूएल को पीछे छोड़ते हुए चौथी बड़ी बाजार पूंजीकरण वाली कंपनी बनने में सफल रही।