वर्ष 2025 में कब-कब होगी अमावस्या, जानें वो खास काम जो न करना पड़े नुकसान, और तिथियां
- In मुख्य समाचार 17 Dec 2024 11:32 AM IST
वर्ष 2025 में अमावस्या का पर्व 12 बार आएगा, जो हर महीने के अंत में अंधकारमयी रात होती है। यह दिन खासतौर पर विशेष ध्यान और पूजा-अर्चना के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। अमावस्या का दिन शनि, राहु और अन्य ग्रहों की स्थिति के प्रभाव को कम करने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन यदि आप कुछ विशेष कार्यों को करते हैं तो निश्चित ही आपको इसके लाभ प्राप्त होंगे, लेकिन कुछ कार्यों से बचना भी जरूरी होता है, ताकि किसी प्रकार का नुकसान न हो। आइए जानते हैं कि 2025 में अमावस्या की तिथियां कब होंगी और उस दिन कौन से विशेष कार्य करना चाहिए।
2025 में अमावस्या की तिथियां:
1. जनवरी 2025 – 11 जनवरी
2. फरवरी 2025 – 9 फरवरी
3. मार्च 2025 – 10 मार्च
4. अप्रैल 2025 – 9 अप्रैल
5. मई 2025 – 9 मई
6. जून 2025 – 7 जून
7. जुलाई 2025 – 5 जुलाई
8. अगस्त 2025 – 4 अगस्त
9. सितंबर 2025 – 2 सितंबर
10. अक्टूबर 2025 – 1 अक्टूबर
11. नवंबर 2025 – 29 नवंबर
12. दिसंबर 2025 – 29 दिसंबर
अमावस्या के दिन कौन से काम करें:
अमावस्या के दिन कुछ खास कार्यों को करना लाभकारी रहता है, जिनसे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे और मनुष्य को सुख-शांति का अनुभव होगा। इन कार्यों को करते समय पूर्ण श्रद्धा और विश्वास रखना चाहिए।
1. पितरों को तर्पण या श्राद्ध करें: अमावस्या का दिन पितरों की पूजा के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। इस दिन पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए तर्पण, श्राद्ध या पिंडदान का आयोजन करें। यह कार्य विशेष रूप से घर में शांति और सुख-समृद्धि लाता है।
2. दान पुण्य करें: इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान देना, जैसे कि अनाज, वस्त्र या पैसे देना, पुण्य की प्राप्ति का कारण बनता है। यह कार्य आत्मिक शांति और संतान सुख के लिए लाभकारी होता है।
3. दीपक जलाना: अमावस्या की रात को दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर के सभी बुरे प्रभाव समाप्त होते हैं। यह एक प्रभावशाली उपाय माना जाता है जो घर में सुख-शांति बनाए रखने में मदद करता है।
4. हनुमान पूजा या सुंदरकांड का पाठ: इस दिन हनुमान जी की पूजा और सुंदरकांड का पाठ करने से सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में बल, साहस और मानसिक शांति आती है। यह उपाय खासतौर से मानसिक शांति और समृद्धि के लिए किया जाता है।
अमावस्या के दिन जिन कार्यों से बचें:
अमावस्या के दिन कुछ काम ऐसे होते हैं जिन्हें करने से नुकसान हो सकता है, इसलिए इनसे बचना चाहिए।
1. नई शुरुआत से बचें: अमावस्या के दिन नए काम या किसी बड़े निवेश की शुरुआत से बचना चाहिए। इस दिन नए कार्यों को शुरू करने से विघ्न और असफलता का सामना करना पड़ सकता है।
2. झगड़े और वाद-विवाद से दूर रहें: इस दिन किसी से भी विवाद या तकरार करना घर और जीवन के लिए अशुभ हो सकता है। मानसिक शांति बनाए रखना आवश्यक होता है।
3. बुरी आदतों को न अपनाएं: अमावस्या के दिन बुरी आदतों जैसे शराब, तंबाकू आदि का सेवन करने से बचना चाहिए। इस दिन की शांति को भंग करना आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
2025 में आने वाली अमावस्या की तिथियां खास होती हैं और इन तिथियों पर किए गए उपाय जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं। पितरों की पूजा, दान और दीपक जलाने जैसे कार्यों से आपको अपार पुण्य और शुभ फल मिलेंगे। वहीं, नई शुरुआत करने से बचने और बुरी आदतों से दूर रहने से आप अपने जीवन में कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं देखेंगे। इस दिन ध्यान और पूजा का विशेष महत्व है, जो आपके जीवन को संपूर्ण रूप से बेहतर बना सकता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।