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विवाह पंचमी पर मां गौरी की पूजा का महत्व और इसके लाभ

विवाह पंचमी पर मां गौरी की पूजा का महत्व और इसके लाभ

विवाह पंचमी हिंदू धर्म में एक...PS

विवाह पंचमी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो खासकर भगवान राम और माता सीता के विवाह की खुशी में मनाया जाता है। लेकिन इस दिन केवल श्रीराम और माता सीता की पूजा ही नहीं होती, बल्कि मां गौरी की पूजा का भी विशेष महत्व है। इस दिन मां गौरी की उपासना से व्यक्ति को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं कि विवाह पंचमी पर मां गौरी की पूजा क्यों करनी चाहिए और इससे किस प्रकार के लाभ मिल सकते हैं।


विवाह पंचमी पर मां गौरी की पूजा क्यों करें?


विवाह पंचमी के दिन, मां गौरी की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। यह दिन विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है जो सुहागिन हैं और अपने जीवनसाथी के साथ अपने रिश्ते को और भी प्रगाढ़ और सुखी बनाना चाहती हैं। साथ ही, यह पूजा उन युवतियों के लिए भी लाभकारी है, जो अच्छे वर की तलाश में हैं।


मां गौरी को शक्ति, समृद्धि और सुख की देवी माना जाता है। उनका आशीर्वाद पाने से न केवल व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में सुख आता है, बल्कि वह अपने जीवन में समृद्धि और सुख-शांति भी अनुभव करता है। यही कारण है कि विवाह पंचमी के दिन उनकी पूजा विशेष रूप से फलदायक मानी जाती है।


पूजा विधि


विवाह पंचमी के दिन मां गौरी की पूजा विधिपूर्वक करनी चाहिए। इसके लिए निम्नलिखित विधि अपनाई जा सकती है:


1. स्नान और शुद्धता: पूजा से पहले, स्नान करके शुद्ध हो जाएं और अच्छे व सफेद वस्त्र पहनें।


2. माँ गौरी की प्रतिमा या चित्र रखें: पूजा स्थल पर मां गौरी की प्रतिमा या चित्र रखें और उनके सामने दीपक जलाएं।


3. पंखुड़ी, फूल और चंदन: मां गौरी को पंखुड़ी, फूल, चंदन और मिठाई चढ़ाएं।


4. मंत्रोच्चारण: "ॐ गौरी शंकराय नमः" या "ॐ महागौरी सर्वमंगलमंगल्ये" जैसे मंत्रों का जाप करें।


5. प्रसाद और भोग: पूजा के बाद, मां गौरी को मिठाई, फल या तिलक करके उन्हें प्रसाद चढ़ाएं।


मां गौरी की पूजा के लाभ


1. विवाह में बाधाएं दूर होती हैं: अगर कोई व्यक्ति विवाह के लिए परेशानी का सामना कर रहा है, तो मां गौरी की पूजा करने से विवाह में आ रही सभी बाधाएं दूर होती हैं। इस दिन उनकी पूजा से अच्छे जीवनसाथी का मिलना सुनिश्चित होता है।


2. वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि: शादीशुदा जीवन में अगर तनाव या परेशानियां हैं, तो इस दिन मां गौरी की पूजा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। यह पूजा वैवाहिक जीवन में प्रेम और समझ को बढ़ाती है।


3. आर्थिक समृद्धि: मां गौरी की पूजा से व्यक्ति के जीवन में आर्थिक समृद्धि आती है और व्यापार में उन्नति होती है। इस दिन मां गौरी का आशीर्वाद प्राप्त करने से व्यक्ति के आर्थिक संकट भी समाप्त हो जाते हैं।


4. स्वास्थ्य लाभ: स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के लिए भी मां गौरी की पूजा बहुत लाभकारी मानी जाती है। पूजा से मानसिक शांति मिलती है, और शारीरिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है।


विवाह पंचमी का दिन विशेष रूप से माता सीता और राम के विवाह के रूप में मनाया जाता है, लेकिन इस दिन मां गौरी की पूजा का भी अत्यधिक महत्व है। उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। यह पूजा विशेष रूप से वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने और विवाह में आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए प्रभावी है।


यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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