शुरू हुआ खरमास इस माह में जानिए क्या करें और क्या न करें, धार्मिक दृष्टिकोण से खास महत्व
- In मुख्य समाचार 16 Dec 2024 11:44 AM IST
हिंदू पंचांग के अनुसार, खरमास का महीना शुरू हो चुका है, जो खासतौर पर धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है। खरमास को आमतौर पर शुभ नहीं माना जाता है, और इसे एक ऐसा समय माना जाता है, जब कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए। इस दौरान विभिन्न धार्मिक मान्यताएं और परंपराएं हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए जीवन के कुछ पहलुओं में बदलाव लाना जरूरी होता है। तो आइए, जानते हैं खरमास के इस महीने में हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
खरमास में क्या न करें?
1. शुभ कार्यों से बचें:
खरमास के दौरान शादी, गृह प्रवेश, मुंडन, यज्ञ आदि शुभ कार्यों को टाला जाता है। हिंदू धर्म में इसे नकारात्मक प्रभाव का समय माना जाता है, इसलिए इस दौरान ऐसे कार्यों को टालने की सलाह दी जाती है।
2. नई शुरुआत न करें:
यदि आप किसी नए व्यापार की शुरुआत, नया घर खरीदने या किसी महत्वपूर्ण योजना को शुरू करने का विचार कर रहे हैं, तो खरमास के इस समय को रुकने के रूप में देखें। इस अवधि को किसी भी प्रकार की नई शुरुआत के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता।
3. कृषि कार्यों में देरी करें:
अगर आप कृषि से संबंधित कार्य करने जा रहे हैं, तो खरमास के दौरान फसल का बीजारोपण या अन्य महत्वपूर्ण कृषि कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है। यह समय खेती-बाड़ी के लिए भी शुभ नहीं माना जाता है।
4. मांगलिक कार्यों से परहेज करें:
खरमास में मांगलिक कार्यों, जैसे विवाह या अन्न प्राशन, से बचने की सलाह दी जाती है। यह समय इन कार्यों के लिए अनुकूल नहीं होता।
खरमास में क्या करें?
1. धार्मिक अनुष्ठान करें:
खरमास के समय में पूजा, भक्ति और धार्मिक अनुष्ठान को करना अच्छा माना जाता है। इस दौरान विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा, मंत्रों का जाप और ध्यान करने से मानसिक शांति मिलती है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
2. दान पुण्य करें:
खरमास में दान का विशेष महत्व है। इस महीने में जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या धन का दान करने से पुण्य मिलता है। यह समय है जब आप अपने अच्छे कर्मों को बढ़ा सकते हैं।
3. संस्कारों का पालन करें:
इस समय में संयमित जीवन जीने की कोशिश करें और संयमित आहार और नियमित दिनचर्या अपनाएं। यह समय आत्मनिर्भरता और आत्म-समर्पण की ओर बढ़ने का होता है।
4. व्रत और उपवासी रहें:
खरमास में व्रत रखना और उपवासी रहना भी एक विशेष धार्मिक प्रथा है। यह शरीर और आत्मा को शुद्ध करने का एक अच्छा तरीका माना जाता है। खासकर शनिवार और मंगलवार जैसे विशेष दिनों पर उपवास रखने से आपको शांति और आत्मिक संतोष मिल सकता है।
खरमास 2024 का महीना एक अवसर है जब हमें अपनी धार्मिक और व्यक्तिगत जीवनशैली को शुद्ध और सकारात्मक दिशा में मोड़ने का मौका मिलता है। इस समय में यदि आप उपरोक्त बताए गए कार्यों को अपनाते हैं, तो न केवल आपकी आस्थाएं मजबूत होंगी, बल्कि आपका जीवन भी संतुलित और शांति से भरा रहेगा। वहीं, जो कार्य शुभ नहीं माने जाते, उनसे बचने से आप किसी भी नकारात्मक प्रभाव से बच सकते हैं।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।