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हनुमान जी की पूजा में नारियल चढ़ाने का महत्व और विधि

हनुमान जी की पूजा में नारियल चढ़ाने का महत्व और विधि

हनुमान जी, जिन्हें संकटमोचन के...PS

हनुमान जी, जिन्हें संकटमोचन के नाम से भी जाना जाता है, भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त और भक्तों के संकटों के नाशक माने जाते हैं। उनकी पूजा में भक्त श्रद्धा, विश्वास और भक्ति के साथ उनकी महिमा का गुणगान करते हैं, ताकि उनके जीवन से सभी दुःख-दर्द दूर हो सकें। हनुमान जी की पूजा में नारियल चढ़ाना एक महत्वपूर्ण और शुभ कार्य माना जाता है, क्योंकि यह उनकी कृपा प्राप्ति का एक विशेष उपाय है। आइए जानें हनुमान जी की पूजा में नारियल चढ़ाने की विधि और इसके पीछे का धार्मिक महत्व।


हनुमान जी को नारियल चढ़ाने का धार्मिक महत्व


नारियल को हिंदू धर्म में एक अत्यंत पवित्र और शुभ फल माना जाता है। यह देवताओं को अर्पित करने के लिए एक प्रमुख पूजा सामग्री है। विशेष रूप से हनुमान जी की पूजा में नारियल चढ़ाने का महत्व बहुत बढ़ जाता है क्योंकि यह भगवान की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का एक सरल और प्रभावी तरीका है। नारियल को भगवान के चरणों में अर्पित करने से जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और संकटों से मुक्ति मिलती है। नारियल का उबला हुआ और उसका खोल तोड़ना भक्त की श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक होता है, साथ ही यह पवित्रता और आत्म-संस्कार का भी संकेत है।


हनुमान जी की पूजा में नारियल चढ़ाने की विधि:


1. पवित्र स्थान पर पूजा शुरू करें: सबसे पहले, हनुमान जी की पूजा के लिए एक स्वच्छ स्थान पर संकल्प लें। अगर संभव हो, तो हनुमान मंदिर में जाकर पूजा करें, लेकिन घर पर भी यह पूजा पूरी श्रद्धा से की जा सकती है।


2. हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें: हनुमान जी की एक सुंदर तस्वीर या मूर्ति को स्वच्छ स्थान पर स्थापित करें। इसे साफ और पवित्र रखें।


3. नारियल को शुद्ध करें: पूजा के लिए नारियल को अच्छे से साफ करें। नारियल को नजदीक से देख कर यह सुनिश्चित करें कि वह पूरी तरह से स्वस्थ हो और उसका खोल बिना किसी दरार के हो।


4. नारियल का शंख या बंधन खोलना: नारियल के एक छोर पर एक हल्की सी छेद या बंधन बनाएं, फिर इसे भगवान के चरणों में अर्पित करें। माना जाता है कि नारियल का खोल टूटना या खुलना भक्त की मनोकामनाओं को भगवान तक पहुंचाने का माध्यम है।


5. नारियल अर्पित करें: अब नारियल को हनुमान जी के चरणों में रखें। इसे ध्यानपूर्वक अर्पित करें और भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करें। यह पूजा में न केवल एक शारीरिक बलिदान होता है, बल्कि भक्त की मानसिक शुद्धता का भी प्रतीक है।


6. अर्चना और आरती: नारियल अर्पित करने के बाद, हनुमान जी की आरती करें और उन्हें चंदन, फूल, अगरबत्तियाँ और मिठाई अर्पित करें। साथ ही, हनुमान चालीसा का पाठ करना भी लाभकारी माना जाता है।


नारियल चढ़ाने से होने वाले लाभ:


1. संकटों से मुक्ति: हनुमान जी को संकटमोचन माना जाता है, इसलिए उनकी पूजा में नारियल चढ़ाने से जीवन के सभी प्रकार के मानसिक और भौतिक संकट दूर हो सकते हैं।


2. शारीरिक और मानसिक शांति: नारियल चढ़ाने से मानसिक शांति मिलती है और शारीरिक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे जीवन की हर कठिनाई को पार करना आसान हो जाता है।


3. समृद्धि और धन: हनुमान जी की पूजा में नारियल चढ़ाने से समृद्धि, धन और वैभव की प्राप्ति होती है। यह एक शुभ संकेत माना जाता है कि जीवन में हर प्रकार की सुख-समृद्धि का आगमन हो सकता है।


4. सच्ची भक्ति और समर्पण: नारियल चढ़ाने से भक्त की सच्ची भक्ति और समर्पण भगवान श्रीराम और हनुमान जी के प्रति प्रकट होता है, जो उनके आशीर्वाद का कारण बनता है।


हनुमान जी की पूजा में नारियल चढ़ाना एक अत्यंत शुभ और प्रभावशाली प्रक्रिया है। यह न केवल भक्त के भौतिक संकटों को दूर करने का एक उपाय है, बल्कि यह मानसिक शांति और आत्मिक उन्नति की दिशा में भी सहायक है। हनुमान जी के प्रति सच्ची श्रद्धा और भक्ति से नारियल अर्पित करना, जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाने के साथ-साथ भगवान की कृपा प्राप्त करने का एक सशक्त माध्यम है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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